-पहला ओटीटी शो- इसने चाैथे सीज़न में की दस्तक - ख्यात अभिनेता जमील खान ने बताया कि गुल्लक-4 में संतोष मिश्रा इस बार क्या संदेश देगे लखनऊ: ओटीटी प्लेटफार्म की लोकप्रिय सीरिज के चौथा भाग यानी गुल्लक-4 मनोरंजन को ऊंचाई प्रदान करेेगा।लगातार तीन भागों ने दर्शकों पर जो छाप छोड़ी है, उसी क्रम को आगे ले जाए जा रहा है। यहां पर नैतिक मूल्यों की बात होंगी। वहीं गर्मी के दिनों के इस सीरिज को देखकर सुकून भी महसूस होंगा। यह बात मीडिया से चर्चा करते हुए गुल्लक-4 के ख्यात अभिनेता श्री जमील खान ने कही। जो संतोष मिश्रा का किरदार निभाते है। वे स्क्रीन पर इस नाम से ही लोकप्रिय है। उन्होंने कहा कि हमने सर्दियों के दौरान शूट किया था। यह मुझे मेरे गांव के दिनों की याद दिलाता है। जब हम कुर्ते पर इनर्स और स्वेटर पहनते थे। उसी तरह, गुल्लक आपको सर्दियों और वह नोस्टाल्जिक गांव के दिनों को महसूस कराएगी। ओटीटी और सिनेमा के बीच का अंतर महत्वपूर्ण है। मुझे ओटीटी बहुत पसंद है क्योंकि अब गुल्लक हमेशा के लिए दर्शकों से जुड़ा हुआ है। सिनेमा दूसरी ओर ऐसी फिल्मों को प्रस्तुत करता है। जो आती और जाती रहती हैं। दोनों के अलग-अलग टारगेट दर्शक होते हैं और वे अलग-अलग स्तर का मनोरंजन प्रदान करते हैं।हम बात करे गुल्लक की तो यह एक ऐसी खूबसूरत श्रृंखला है। जो हर दर्शक और परिवार से संबंधित है। यह आपको हंसाती है, पारिवारिक मुद्दों और प्यार पर ध्यान केंद्रित करती है। रिश्तों को उजागर करती है और आपको भावुक भी करती है।गुल्लक का पहला सीजन सिर्फ 15 दिनों में शूट किया गया था और यह बहुत बड़ी सफलता थी। कलाकारों के खास रोल से बनेगा नया ताना-बाना भोपाल पर आधारित, इस सीरिज में सोनी लिव की प्रिय मिश्रा परिवार गुल्लक-4 के साथ वापसी के लिए तैयार है।अभिनेता जमील खान, गीतांजलि कुलकर्णी, वैभव राज गुप्ता और हर्ष मयार अपनी भूमिकाओं को दोहराते हुए नजर आएंगे। यह शो अपने दर्शकों को यादों और नोस्टाल्जिया की एक पूर्णता की यात्रा पर ले जाने के लिए तैयार है। मेरा किरदार बहुत ज़िम्मेदारी वाला बन गया-वैभव राज गुप्ता अभिनेता वैभव राज गुप्ता ने मीडिया से चर्चा में कहा कि पहला सीजन वैभव के भाई अमित राज गुप्ता द्वारा निर्देशित किया गया था। दूसरा सीज़न मेरे दिल में बहुत विशेष स्थान रखता है।मीडियो सवाल के जवाब में कहा कि इस सीज़न में मेरा किरदार बहुत ज़िम्मेदारी वाला बन गया है। जहां वह किसी भी कदम से पहले सोचता है।वैभव अपने पिताजी के साथ बैठ कर क्राफ्ट बनाने और किताबें पढ़ने का आनंद लेता थे।वैभव अपने पिताजी से डरता है, लेकिन गुल्लक की सफलता के बाद भी उसका परिवार उसे उसी तरह से प्यार करता है।वैभव कहते है- "मेरे माता-पिता मुझसे अधिक प्रसिद्ध हैं, क्योंकि हर कोई उन्हें बहुत सारे संदेश भेजता है और उनसे मिलने आता है।वैभव ने बताया कि मुझे जाने माने कलाकार रणबीर कपूर, मनोज बाजपेयी, और इरफ़ान ख़ान से प्रेरणा मिलती है। वैभव ने बताया कि मैंने अपने रिश्तेदारों को फोन करना शुरू किया और उनसे बात करना शुरू किया ताकि वे उत्तर प्रदेशी भाषा का महसूस कर सकें।