सावन मास को भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। इस महीने में धरती बेहद खूबसूरत, हरी-हरी और सुंदर नजर आती है। नागपंचमी सावन माह के प्रमुख त्योहारों में से एक है इस दिन लोग घरों में नाग देवता की पूजा कर अपने परिवार की खुशहाली की कामना करते हैं। इस साल नागपंचमी का पर्व 13 अगस्त को मनाया जाएगा। बिहार, बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान में कृष्ण पक्ष की पंचमी को यह त्योहार मनाया जाता है, जबकि देश के अधिकांश हिस्सों में श्रावण शुक्ल पंचमी को ये पर्व मनाया जाता है। लिंग पुराण के अनुसार सृष्टि के सृजन के लिए जब ब्रह्माजी ने घोर तपस्या की तो एक बार वो हताश होने लगे तो क्रोधवश उनके आसूं पृथ्वी पर गिर गए और तत्काल ही वो सर्प के रूप में उत्पन्न हो गए। इन सर्पों पर कोई अत्याचार न हो ऐसा विचार कर भगवान सूर्यदेव ने इन्हें पंचमी तिथि का अधिकारी बना दिया। तभी से पंचमी तिथि पर नागों की पूजा करने का विधान है। आइए जानते हैं आज के दिन क्या करना अच्छा रहता है और क्या नहीं। नाग पंचमी पर क्या करें * पंचमी के दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व स्नान कर व्रत और पूजा का संकल्प लें। पूजा स्थल पर नागदेवता का चित्र लगाएं या मिट्टी के सर्प देवता बना कर उनको लाल कपड़ा बिछाकर चौकी पर स्थापित कर दें। हल्दी, रोली, चावल,कच्चा दूध और फूल चढ़ाकर नाग देवता की पूजा करें। तत्पश्चात कच्चा दूध, घी, चीनी मिलाकर नाग देवता को अर्पित करें। * नाग पंचमी के दिन अनन्त, वासुकि, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख नामक अष्टनागों का ध्यान कर पूजा करें। अब नाग देवता की आरती करें और वहीं बैठ कर नागपंचमी की कथा पढ़ें। इसके बाद नाग देवता से घर में सुख-शांति और सुरक्षा की प्रार्थना करें। * इस दिन पूजा करने वाली महिलाएं नागदेवता को अपना भाई स्वरुप मानते हुए उनसे अपने परिवार की रक्षा का वचन देने की प्रार्थना करें। मान्यता है कि नागपंचमी पर सांपों को दूध चढ़ाने से अक्षय-पुण्य की प्राप्ति होती है। * नागदेवता की पूजा से घर में धन आगमन का स्रोत बढ़ता है। शास्त्रों में वर्णित है कि नागदेव गुप्त धन की रक्षा करते हैं। इनकी पूजा-अर्चना से आर्थिक तंगी और वंशवृद्धि में आ रही रुकावट से छुटकारा मिलता है,अतः इस दिन धन वृद्धि के लिए इनकी पूजा अवश्य करें। * गृह निर्माण, पितृदोष और कुल की उन्नति के लिए नाग पूजा करनी चाहिए। इस दिन क्या नहीं करें * नाग पंचमी के दिन जमीन की खुदाई नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि सांप या नाग दोनों का बसेरा धरती के अंदर होता है, ऐसे में जमीन खोदने से उनको या उनके बिल को हानि पहुँच सकती है। किसानों को नागपंचमी के दिन धरती पर हल भी नहीं चलाना चाहिए। * लोकमान्यता के अनुसार इस दिन सुई में धागा डालना,कैची चलाना या चाकू से सब्जी काटने का काम नहीं करना चाहिए। * नाग या सांप को दूध अर्पित कीजिए लेकिन पिलाइए मत नाग देवता को दूध चढ़ता है लेकिन उन्हें दूध नहीं पिलाया जाता है। जीव हत्या ना करें, किसी भी तरह से सांप को नुकसान ना पहुंचाएं।