लखनऊ (सं)। राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय मुददों पर सम्मेलन आयोजित करने वाली संस्था बाइंडिंग भारत ने इंडिया मॉरिशस बाईलेटरल सेतु वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार में हिन्द महासागर क्षेत्र की सुरक्षा पर चर्चा की गई। भारत और मॉरीशस दोनों देशों के पैनल लिस्टों ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया। वेबिनार में मुख्य अतिथि मॉरिशस के पूर्व राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ थे। कूटनीति का वर्षों का अनुभव है। वेबिनार भारतीय महासागर क्षेत्र में उत्पन्न होने वाले दो राष्ट्रों के बीच सामरिक और सुरक्षा सहयोग पर केन्द्रित है। इस दौरान वक्ताओं ने सहमति व्यक्त की कि दोनों देशों के लिए अपने सामाजिक, आर्थिक सम्बंधों को और बढ़ाने की आवश्यकता है। एक संरक्षित और सुरक्षित वातावरण आवश्यक पहलु है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अनिरुद्ध जगन्नाथ ने दोनों देशों के बीच सम्बंधों की सहजीवी प्रकृति पर जोर दिया। उन्होंने भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति आभार व्यक्त किया जो तत्कालीन प्रवासी श्रमिकों के बीच शैक्षिक और स्कूली शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए थे, जो आज आधुनिक साहित्य और विकसित मॉरिशस के अधिकांश हिस्से का निर्माण करते हैं। कार्यक्रम में हरीश द्विवेदी ने आधुनिक भारतीय मॉरीशस में निहित गहरी संस्कृति और मूल्यों के बारे में बात की। उन्होंने टिप्पणी की कि मॉरिशस में देखी गयी समृद्धि और आर्थिक प्रगति आज हमारे भारतीय पूर्वजों के संघर्ष और दृढ़ता को आत्मसात करती है। राजदूत डॉ. नोमुव्यो नोव्के महासचिव आईओआरए ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया और मुख्य रूप से हिन्द महासागर रिम एसोसिएशन के जनादेश पर ध्यान केन्द्रित किया। उन्हें आतंकवाद पर 2017 आईओआर घोषणा की बात कही।