नई दिल्ली : अनुच्छेद 370 के हटने के बाद ही केन्द्र सरकार ने वहां पर इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगा दी थी। इसकी वजह वहां पर अफवाहों को फैलने से रोकना था। इसके साथ ही वहां पर कुछ नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। इनमें महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला के भी नाम शामिल हैं। शुक्रवार देर रात कश्मीर में इंटरनेट बहाल हो गया। इंटरनेट सेवा बहाल होते ही महबूबा मुफ्ती ने चुप्पी तोड़ दी। उन्होंने ट्विटर पर उमर अब्दुल्ला के लिए ये बयान दिया है।