लखनऊ :सपा ने एमपी में कांग्रेस के हार का कारण कमलनाथ को बताया। अखिलेश यादव पर की गई टिप्पणी को सपा प्रवक्ता ने वजह बताया। हलांकि सपा ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में I.N.D.I.A गठबंधन के बैनर तले कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने का संकेत दिया है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज सिंह यादव उर्फ काका ने बातचीत में कहा, “मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ्‍ज्ञ ने सपा के खिलाफ अमयार्दित बयान दिए। कमलनाथ ने यूपी के पूर्व सीएम सपा प्रमुख को कहा ‘अखिलेश-वखिलेश’ कहा। जिसकी वजह से मध्य प्रदेश के अलावा जहां भी चुनाव हुए बहुजन वर्ग के अलावा पिछड़े वर्ग के लोग भी आहत हुए। जिसका परिणाम सभी के सामने है।” सपा ने बताया कि पिछड़े कांग्रेस से नाराज मनोज सिंह यादव उर्फ काका ने आगे कहा, “अखिलेश यादव लगातार सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन सामाजिक न्याय और जातीय जनगणना पर एक शब्द भी नहीं बोले। यह चुनाव उनके अहंकार की हार है।” मनोज सिंह ने आगे कहा कि सपा पांच सीटें मांग रही थी, ले‌किन हमारे नेताओं का अपमान किया। अगर पिछड़ों को पांच सीटें नहीं दे सकते तो वोट केसे मिलेगा।” मनोज यादव ने रामधारी सिंह दिनकर की एक रचना पढ़ते हुए का, जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। सुनाते हुए कहा कि चुनाव परिणाम उनके अहंकार की हार है। अखिलेश यादव ने कांग्रेस से किया सवाल अक्टूबर में सपा और कांग्रेस में सपा के बीच सीट बंटवारे पर तल्खी बढ़ गई ‌थी। हरदोई की एक सभा में 20 अक्टूबर को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस से सवाल किया। सपा से गठबधंन करेगी या नहीं। समाजवादी पार्टी को कांग्रेस धोखे में न रखे क्योंकि उत्तर प्रदेश में भाजपा लड़ने वाली पहली पार्टी सपा है और कांग्रेस को जब जरूरत होगी तब सपा ही उसके काम आएगी।