लखनऊ,-कल 05 मई को करीब 24 लाख अभ्यर्थियों ने नीट यूजी एग्जाम 2024 दिया। राजस्थान के सवाई मानसिंह में हिन्दी माध्यम के अभ्यर्थियों को अंग्रेजी माध्यम का पर्चा मिल गया और वह पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यही नहीं पटना में भी नीट के पेपर लीक का हल्ला मचा और वहां पर पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। सवाल यह है कि भाजपा सरकार ने हर बार होते हुए पर्चे लीक से युवाओं के भविष्य को अंधकारमय कर दिया है। भाजपा शासित तमाम प्रदेशों में लगातार पर्चा लीक की खबरें आती रहीं हैं फिर चाहे वह उत्तर प्रदेश हो, उत्तराखंड हो, हरियाणा हो, मध्य प्रदेश हो या गुजरात हो अब यह आग केन्द्र की टेस्टिंग एजेन्सी एन0टी0ए0 तक भी पहुंच चुकी है। भाजपा शासनकाल में इस युवा देश में ना तो युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार है ना सरकार उन्हें सरकारी नौकरी दे रही है, और जो सरकारी नौकरी निकलती भी है तो उसका पर्चा लीक हो जाता है। इस हताशा भरे वातावरण में देश का युवा बहुत ही निराश है और वर्तमान भाजपा सरकार से उसका मोह भंग हो चुका है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की 5 युवा न्याय गारंटियों में से एक है ‘‘पेपर लीक से मुक्ति’’ पेपर लीक में शामिल अपराधियों को हम ना सिर्फ़ कड़ी से कड़ी सज़ा देंगे बल्कि हमारा लक्ष्य किसी भी पेपर को लीक होने से रोकना है। हमारे कानून पेपर-आधारित और कंप्यूटर-आधारित परीक्षाओं के लिए- पेपर सेटिंग, प्रिंटिंग, परिवहन, प्रशासन और निरीक्षण से लेकर परीक्षा की प्रक्रिया के हर चरण में ईमानदारी और निष्पक्षता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करना है। वे युवा जो इन परीक्षाओं की तैयारी में वर्षों बिताते हैं, और बेहतर भविष्य की आशा के लिए समय और पैसा ख़र्च करते हैं, उनके लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि पेपर लीक न हों। पेपर लीक से मुक्ति कड़ी मेहनत करने वाले हर उम्मीदवार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है।