(धर्मेंद्र सिंह )प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में नोटबंदी और अब दूसरे कार्यकाल में वैश्विक महामारी कोरोना ने आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा मध्यमवर्गीय समाज को झकझोर दिया है। नोटबंदी की मार की कीमत आज तक झेलने वाले माध्यम वर्गीय लोग अब भगवान् भरोसे बैठे है .क्योंकि उनकी कमाई शून्य की ओर अग्रसर है तो वहीँ खर्चों में कोई कटौती न होकर उलटे बढ़ोत्तरी हो रही है ,परिणाम ये है कि मध्यमवर्गीय समाज कोरोना से भले ही बीमार न हो लेकिन वह कर्जदार जरूर हो जायेगा ,जिसके दूरगामी दुष्परिणाम आगे चलकर सामने आयेगें। वैसे देखा जाये तो समाज में अति छोटे वर्ग और उच्च वर्ग पर आर्थिक ठांचे का कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। फर्क पड़ता है तो सिर्फ और सिर्फ माध्यम वर्गीय समाज पर। क्योंकि उसके लिए हमेशा से ही सरकारों की लाभकारी योजनाएं और छूट के दरवाजे बंद रहते है ,सरकार की एक खिड़की जरूर उम्मीद और सांत्वना की खुली रहती है जिसके सहारे वह आगे की जिंदगी जीने के के लिए साँस लेता रहता है। मध्यम वर्गीय समाज की एक और विडंबना है कि वह हमेशा अपने आपको गरीब मानता नहीं है और वह अमीर होता नहीं है। बस दोहरी मानसिकता और चरित्र में वह जिंदगी भर घुट घुट कर जीने को मजबूर होता है . कोरोना के इस संकट के समय उत्तर प्रदेश और दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री ने तो ऐसे माकन मालिकों को सख्त हिदायत दी है की वह अपने किरायेदारों से अगले 2 महीनों तक कोई किराया नहीं लेगें। और इसी तरह से अन्य सुविधाएं भी दी है .ताकि गरीब लोग इस संकट से आसानी से उबर सकें। तो वही मध्यमवर्ग की आय शून्य की ओर बढ़ रही है, लेकिन खर्च में उसके लिए कोई राहत नहीं है. उसे गैस सिलेंडर पैसे देकर खरीदना है, पानी-बिजली खरीदना है, खाने-पीने का सामान भी पैसे देकर ही खरीदना है? विभिन्न टेक्स देकर सरकार का खजाना भरने वाले इस वर्ग के साथ यह कौनसा न्याय है? इससे भी बड़ा सवाल अन्य खर्चों को लेकर है! यदि वह किराए से रहता है तो उसका किराया कौन देगा? किराए की दुकान है, तो लाॅकडाउन में उसका किराया कौन देगा? दिल्ली एव उत्तरप्रदेश सरकारों ने तो घोषणाएं कर दी है , लेकिन अन्य प्रदेशों की ओर से ख़ामोशी बरकरार है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर कोई मकान मालिक प्रवासियों को घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर करेगा तो दिल्ली सरकार के उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी . केजरीवाल ने यह भी कहा कि मकान मालिकों को उनका किराया लॉकडाउन के बाद मिल जायेगा .