धर्मेंद्र सिंह) पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है। चाइना के अलावा इटली, ईरान, स्पेन और यूरोप के देशों में हजारों लोगों की जान चली गई। हमारे देश में भी अभी तक 20 लोगों की जान चली गई .और एक हजार से अधिक लोग संक्रमित पाए गए है .जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। भगवान् की बहुत मेहरवानी है कि अन्य देशों की तुलना में भारत में अभी जान जाने का सिलसिला बहुत कम है। कोरोना वायरस की चपेट में अभी तक पूरी दुनिया में साढ़े छह लाख लोग संक्रमित पाए गए. जिनमे से करीब 28 हजार 300 लोगों की मौत ही गई और 1 लाख 38 हजार मरीज ठीक होकर अपने घरों में वापस चले गए। भारत में अभी कुल 1000 से अधिक कोरोना संक्रमित मिले जिनमे से 20 मरीजों की मौत हो गई। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देर से ही सही ,"सम्पूर्ण बंदी "लगाकर कोरोना की चेन तोड़ने के लिए अभूतपूर्व फैसला लिया। हालाँकि इस फैसले में कुछ कमिया रह गई लेकिन ये समय राजनीति का नहीं बल्कि देश के हर नागरिक की जान बचाने का है। भारत में "सम्पूर्ण बंदी" का ऐलान होने के बावजूद भी यहाँ के लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते दिखे तब पीएम ने एक बार फिर से कोरोना की भयावह स्थिति बताई तब जाकर थोड़ी लगाम लगी। इटली, चीन ,स्पेन और अन्य देश तो सिर्फ कोरोना वायरस की लड़ाई लड़ रहे थे इसलिए वहां जल्दी कंट्रोल हो गया लेकिन अपने देश में तो कोरोना के साथ जाहिल ,कट्टरपन ,अज्ञानता ,अन्धविश्वास ,राजनीति और न जाने किन किन से लड़ाई लड़ी जा रही है जो इस वायरस को भगाने में स्पीड ब्रेकर का काम कर रहे है। कुछ अंदरूनी ताकतवर वायरस हैं. जिनकी वजह से कोरोना वायरस अपनी जड़ें फैलाता जा रहा है।जिनमे इसकी उपज करने वाला खुद चाइना ,यूपी की कोरोना गर्ल कनिका कपूर और दिल्ली के सीएम केजरीवाल। जिन्होंने जाने अनजाने ही सही पूरे देश में कोरोना वायरस फैलाने का काम किया। क्या कोरोना महामारी के पीछे है चीन का बड़ा षड्यंत्र...???? वुहान से शंघाई = 839 km,वुहान से बीजिंग = 1152 km,वुहान से मिलान = 15000 km,वुहान से न्यूयॉर्क = 15000 km,वुहान से ईटली= 8695km,वुहान से भारत= 3695 km,वुहान से ईरान = 5667 km,पास के बीजिंग/शंघाई में कोरोना का कोई प्रभाव नहीं ,लेकिन इटली,ईरान,और यूरोप के देशों में हजारों लोगों की मृत्यु और पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था बर्बाद।पर चीन के सभी व्यापारिक क्षेत्र सुरक्षित।कुछ तो गड़बड़ है।अमेरिका ऐसे ही नही चीन को दोष दे रहा। क्यों है चीन शक के घेरे में???? दुनिया में बड़े बड़े लोगो को कोरोना हो चूका है, हॉलीवुड स्टार, ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्री, ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री, स्पेन के प्रधानमत्री की पत्नी और अब तो ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को भी कोरोना हो चूका है, यही नहीं ,रविवार (आज )ही स्पेन परिवार की प्रिंसेसज मारिया टेरेसा की भी कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई . पर चीन में एक भी नेता, एक भी मिलिट्री कमांडर को कोरोना ने टच भी नहीं किया है कोरोना वायरस ने दुनिया भर में इकॉनमी को बर्बाद कर दिया है, हजारों की जान जा चुकी है, लाखों को ये बीमारी हो चुकी है और अनगिनत लोग घरों में बंद कर दिए गए है, कई देशों में लॉक डाउन हो चूका है जिसमे भारत भी एक है कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से निकला है, और अब ये दुनिया के कोने कोने में पहुँच चूका है, पर ये वायरस वुहान के ही पास चीन की राजधानी बीजिंग और आर्थिक राजधानी शंघाई तक नहीं पहुंचा आज पेरिस बंद है, न्यू यॉर्क बंद है, बर्लिन बंद है, रोम बंद है, दिल्ली बंद है, मुंबई बंद है, टोक्यो बंद है, दुनिया के प्रमुख आर्थिक और राजनतिक केंद्र बंद है पर बीजिंग और शंघाई खुले हुए है, वहां कोरोना ने कोई असर ही नहीं दिखाया, गिने चुने केस सामने आये पर एक तरह से बीजिंग और शंघाई पर कोरोना का कोई असर ही नहीं हुआ बीजिंग वो शहर है जहाँ चीन के सभी नेता रहते है, यहाँ मिलिट्री लीडर रहते है, चीन की सत्ता को चलाने वाले यहाँ रहते है, बीजिंग में कोई लॉक डाउन नहीं है ये खुला हुआ है यहाँ कोरोना का कोई असर नहीं शंघाई वो शहर है जो चीन की इकॉनमी को चलाता है, ये चीन की आर्थिक राजधानी है, यहाँ चीन के सभी अमीर लोग रहते है, इंडस्ट्री को चलाने वाले रहते है, यहाँ भी कोई लॉक डाउन नहीं, यहाँ कोरोना का कोई असर नहीं क्या कोरोना एक पाला हुआ वायरस है जिसे बता दिया गया है की तुम्हे दुनिया भर में आतंक मचाना है पर तुम बीजिंग और शंघाई नहीं आओगे, चीन से ये सवाल पूछा जाना बहुत जरुरी है की जब दुनिया के बड़े बड़े विकसित देश कोरोना को नहीं रोक सके, दुनिया के बड़े बड़े शहरों में कोरोना ने आतंक मचा दिया तो ये विरुस्व बीजिंग क्यों नहीं पहुंचा, शंघाई क्यों नहीं पहुंचा