( DESK )(देखा जाए तो पूरे विश्व में 1 जनवरी को नया वर्ष मनाया जाता है पर वैदिक परंपरा और भारतीय कैलेंडर के अनुसार नया साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर मनाया जाता है। जिसे नव संवत्सर भी कहते हैं। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही वासंती नवरात्रि की शुरुआत भी होती है। इस बार यह 25 मार्च से आरंभ हो रहा है। इस संवत्सर का नाम प्रमादी है जिसके राजा बुध और मंत्री चंद्र हैं। नववर्ष का आरंभ बुधवार के दिन रेवती नक्षत्र और मीन राशिगत चंद्रमा के गोचर के समय में हो रहा है अतः देश के लिए यह संयोग अति शुभ रहेगा, यही नहीं यह संयोग भारतवर्ष के आर्थिक विकास, विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी में उन्नति, सामाजिक व्यवस्था और शिक्षा के क्षेत्र में नए मील का पत्थर साबित होगा। नया साल नई आशाएं लेकर आता है और हर कोई चाहता है कि अब तो उन्नति के अवसर मिलें, सभी सुखी-संपन्न हो। पारिवारिक सुख शांति रहे। सभी यह भी जानना चाहते हैं कि यह नया साल उनके लिए कैसा रहेगा। तो आइये यहां जानते हैं सभी बारह राशियों के लिए कैसा रहेगा ये वर्ष .....